एक छोटा-सा गांव था। उस गांव में गरीब किसान था। वह गरीब तो था लेकिन दुखी नहीं था, सुखी था। सुखी इसलिए था कि जो उसके पास था, उसमें वह संतुष्ट था।
एक रात एक फ़क़ीर उसके घर मेहमान हुआ। उस फ़क़ीर ने उसे बताया: ‘जमीन पर ऐसी खदाने हैं, जहां हीरे-जवाहरात मिल सकते हैं। जितनी मेहनत तू इस खेत पर करता है, उतनी मेहनत कर तो तू अरबपति हो सकता है।’ उसकी महत्वा कांक्षा जाग गई, नींद नष्ट हो गई। सुबह उठा तो पाया उससे ज्यादा दरिद्र पृथ्वी पर कोई नहीं है। उसने उसी दिन जमीन बेच दी और मकान बेच दिया और पैसे लेकर निकल पड़ा हीरों की खदान की खोज में। गांव-गांव भटका, हीरे की खदान तो नहीं मिली, पास के पैसे जरूर चुक गए। और बारह वर्षों तक भीक मांगता हुआ एक बड़ी नगरी के राजपथ पर गिरकर मर गया।
असल में हीरों की खोज में जो निकलता है, भिकमंगा हो ही जाता है।
बारह वर्ष बाद फिर वह फ़क़ीर उस गांव से गुजरा, जिसमें वह किसान रहता था। वह उस झोपड़े पर गया। उस मकान के नए मालिक ने बताया कि वह तो उसी दिन यह जमीन और मकान बेचकर चला गया था और अभी खबर मिली है कि वह तो कंगाल हो गया था और किसी राजधानी में मर गया है, सड़क पर। वह फ़क़ीर बैठकर यह कहानी सुन रहा था और उस नए किसान का बेटा एक पत्थर लिए बाहर निकला। फ़क़ीर ने कहा, ‘ यह पत्थर कहां मिला, यह तो हीरा है।’
उस किसान ने कहा, ऐसे पत्थर तो उस खेत पर बहुत हैं, जो मैंने उस आदमी से ख़रीदा था, जो हीरों की खोज में निकल गया था।’
फ़क़ीर उस किसान के साथ खेत पर गया और सांझ तक कई टुकड़े इकट्ठे कर लिए जिनकी कीमत करोड़ों में थी।
शायद आपने यह घटना न सुनी हो। उस किसान का नाम अली हफीज था और जिस गांव का वह रहने वाला था, उस गांव का नाम गोलकुंडा है। उसी अली हफीज की जमीन पर कोहनूर हीरा मिला। कोहनूर हीरा उसी अली हफीज की जमीन पर मिला, बाद में, उसी किसान की जमीन पर, जिस जमीन को बेचकर हीरों की खोज में दूर निकल गया था।
परमात्मा की खोज में भी कहीं दूर जाने की आवश्यकता नहीं है। परमात्मा वहीं है, जहां आप हैं। उसी जमीन पर जहां आप खड़े हो– दूर नहीं है।
Story of a poor farmer 2024…
There was a small village. There was a poor farmer in that village. He was poor but not unhappy, he was happy. He was happy because he was satisfied with what he had.
One night a beggar was a guest in his house. The fakir told him: ‘There are mines on earth where diamonds and jewels can be found. If you work as hard as you do on this farm, you can become a billionaire. His ambition was awakened and his sleep was destroyed. When I woke up in the morning, I found that there is no one on earth more poor than him. He sold the land and the house the same day and with the money he set out in search of a diamond mine. Wandered from village to village, did not find the diamond mine, but definitely lost the money nearby. And after begging for twelve years, he fell down and died on the highway of a big city.
In reality, anyone who goes in search of diamonds ends up becoming a beggar.
Twelve years later, the fakir again passed by the village in which the farmer lived. He went to that hut. The new owner of that house told that he had sold the land and the house the same day and had just received news that he had become penniless and had died in some capital city, on the road. The beggar was sitting and listening to this story and the new farmer’s son came out carrying a stone. The fakir said, ‘Where did you find this stone, it is a diamond.’
The farmer said, there are many such stones in the field which I had bought from the man who had gone in search of diamonds.
The fakir went to the field with the farmer and by evening collected many pieces whose value was in crores.
Perhaps you may not have heard of this incident. The name of that farmer was Ali Hafeez and the name of the village where he was a resident of is Golconda. Kohnoor diamond was found on the same land of Ali Hafeez. The Kohnoor diamond was found on the land of the same Ali Hafeez and later, on the land of the same farmer who had sold the land and gone away in search of diamonds.
There is no need to go far in search of God. God is wherever you are. On the same ground where you are standing–not far away.