Moral stories Nina, Are you alone?

Nina, who was sitting in a two-seater compartment, replied to the other passenger with a smile and some sarcasm. by Moral stories nina, Are you alone?

Neeta was surprised by this question of Sahayatri.
Nina, who was sitting in a two-seater compartment, replied to the other passenger with a smile and some sarcasm.
Aur Nina Ka Katu Pratiprashan, Apke Saath Kaun Hai?
About 45 years ago, that fellow traveler was still looking at Nita differently, say, no, no, I was asking because you are going so far alone as a woman, should someone accompany you or not? . Fir apki ayu aur aajal vaise bhi bhimabhi kai okhai hai, 22 hoon ki yatra. Koi trouble ho to aap mushkil ho saki hai.
Ab Nina ka gussa sada ki tarah seventh sky par tha.
He spoke in a bitter voice, 22 hours of travel to apke saath hai to aapk kahne ka abhiprayah ki mujeh sanede darna keyon kyon?


Before that fellow traveler gave some answer, Nina really burst out, why are you saying that you are afraid of me.
Aap toh became angry at once, I am not worried about you, I am worried about you. Women’s safety ki chinta hi karte hain hum to. Aap to pata nahin kya falt sahm sathibin.
Aap Kaun Lagte Hain Mere Jo Meri Chinta Kar Rahe Hain?
Vaise aap bhi to akele hi hain, aapke saath kaun hai? Nina asked.
Nahi, mujhe kya trouble akele mein. I often go alone now.
Achcha, Jo trouble muje akeli ko ho saki hai, for which you are worrying me so much Kya apaka nahi ho saki?
What is the problem with me madam? I am the man, the trouble is for women and that stranger gritted his teeth.
Ab Nina Asli Mood Mein Ai Aur Badi Sunder Muskaan Se Boli, Keon, Apak Heart Attack, Paralysis, Brain Haemorrhage, Kahi Tokar, Facture Ho Nahi. And can someone misbehave with you?
And sir, I will shout that this person is misbehaving with me even without you doing anything, I will push you down from the car, but I will do anything with you, but he will not believe what you say. Do something?
So tt nikla mein wain se TT.
Wah admi chillaya, suniye, kisi bhoone coupe mein koi seat khalie hai kya, meri badal naghte hain kya?
TT was watching both of them in surprise.
Meanwhile Nina said, sir, hum women ki aap log na khinta karen to hum jidha sakar og unchinchint rahte hain, aap bus apna kekedi.
Change the seat or change the car. May nothing happen to you.

नैतिक कहानियाँ…

नैतिक कहानियाँ...

नीना, आप अकेली हैं?


सहयात्री का यह अटपटा-सा प्रश्न नीता को चकित कर गया।
दो सीट के कूपे में बैठी नीना ने सामने बैठे सहयात्री को फिर भी कुछ मुस्कुराकर और कुछ व्यंग्य से उत्तर दिया, जी हां, क्यों क्या हुआ, आपको कोई परेशानी ?
और नीना का कटु प्रतिप्रश्न, आपके साथ कौन है?
लगभग 45 वर्ष का वह सहयात्री अभी भी नीता को अलग-सी दृष्टि से देख रहा था, बोला, नहीं, नहीं, मैं तो इसलिए पूछ रहा था कि आप महिला होकर अकेली इतनी दूर जा रही हैं, किसी को साथ लेकर चलना चाहिए न आपको। फिर आपकी आयु और आजकल वैसे भी माहौल कहां ठीक है, 22 घंटे की यात्रा। कोई परेशानी हो तो आपको मुश्किल हो सकती है।
अब नीना का गुस्सा सदा की तरह सातवें आसमान पर था।
एकदम कटु स्वर में बोली, 22 घंटे की यात्रा तो आपके साथ है तो आपका कहने का अभिप्राय यह कि मुझे आपसे डरना चाहिए क्यों?
इससे पहले कि वह सहयात्री कुछ उत्तर दे, नीना वास्तव में फ़ट पड़ी, क्यों यही कह रहे हैं न आप कि मुझे आपसे डरना चाहिए।
आप तो एकदम ही नाराज़ हो गईं, मैं कोई ऐसा-वैसा नहीं हूॅं, मैं तो आपकी ही चिन्ता कर रहा था। महिलाओं की सुरक्षा की चिन्ता ही करते हैं हम तो। आप तो पता नहीं क्या गलत समझ बैठीं।
आप कौन लगते हैं मेरे जो मेरी चिन्ता कर रहे हैं?
वैसे आप भी तो अकेले ही हैं, आपके साथ कौन है? नीना ने पूछा।
नहीं, मुझे क्या परेशानी अकेले में। मैं तो अक्सर ही अकेले आता-जाता हूॅं, ।
अच्छा, जो परेशानी मुझे अकेली को हो सकती है, जिसके लिए आप मेरी इतनी चिन्ता कर रहे हैं क्या आपको नहीं हो सकती?
मुझे क्या परेशानी होगी मैडम। मैं तो आदमी हूॅं, परेशानी तो औरतों को होती है और उस अजनबी ने दांत निपोर दिये।
अब नीना असली मूड में आई और बड़ी सुन्दर मुस्कान से बोली, क्यों, आपको हार्ट अटैक, पैरालिसीस, ब्रेन हैमरेज, कहीं ठोकर, फ्ैक्चर नहीं हो सकता। और क्या आपके साथ कोई दुव्र्यवहार नहीं कर सकता।
और सर, मैं तो आपके कुछ किये बिना भी चिल्ला दूंगी कि यह व्यक्ति मेरे साथ दुव्र्यवहार कर रहा है , आपको अभी गाड़ी से नीचे उतार देंगे धक्के मारकर, किन्तु मैं आपके साथ कुछ भी करुॅं आपकी बात का तो कोई विश्वास ही नहीं करेगा, बोलिए करुॅं कुछ?
इतने में वहां से टी टी निकला।
वह आदमी चिल्लाया, सुनिए, किसी दूसरे कूपे में कोई सीट खाली है क्या, मेरी बदल सकते हैं क्या?
टी टी, चकित-सा दोनों को देख रहा था।
इस बीच नीना बोली, महाशय, हम औरतों की आप लोग चिन्ता न करें तो हम ज़्यादा सुरक्षित और निश्चिंत रहती हैं, आप बस अपना देखिए।
बदलवा लीजिए सीट या गाड़ी ही बदल लीजिए। कहीं कुछ हो न जाये आपके साथ।


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